वारे मदना
वारे मदना विरहा सयो ना जाये
जो जो जले मोम की बाती,मन मेरों जल जाये
मन मेरो कहि और ना लागे,प्रेम अंखियन नीर बहाये
जो ना मिल पाई मैं तोसे,तू काहे मिलन ना आये
बैठी रही तेरी बाँट जोगति,कब मोहन द्वार बजाये
का लागी तोहे बयार जगत की,भानु टेर सुनी ना जाये
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