किस डगर

              "खबर मिली"

जाने किस राह पर मैं निकल पड़ी
मेरी ना मुझको खबर मिली।
हूँ गुमशुदा कहते हैं लोग
क्या इस बात की तुझे ख़बर पड़ी।

मेरी हर बात पहुंचती हैं तुम तक
तेरी बेरुखी की क्या खबर मिली।
देखा हैं अरसों बाद आईना
भानु आज मेरी ही मुझ पर नजर पड़ी।

भानुजा शर्मा

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