"स्वामी जू"
देखे री मेरी सखि दोऊ
स्वामी जी की गोदन में
घुटुअन घुटुअन चलत हैं प्यारों
खेलतो पायों ब्रज की रजन में
स्वामी हरिदास जू लाड़ लड़ावे
पवावत प्रसाद हु गोदन में
करत क्रीड़ा श्यामा प्यारी
लाल विलोकत कुंजन में
बलिहारी भानुजा ऐसे भक्तं पे
जे भगवन को खेल ख़िलावत गोदन में
देखे री मेरी सखि दोऊ
स्वामी जी की गोदन में।
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