"अजीब सी बेचैनी"
" अपनी तलाश
खुद के गुम हो जाने की
अपनों के बीच अपनापन पाने की
जो बनते हैं ना मेरे अपने
उनको आईना दिखाने की
जो गुरूर में रखते हैं सर ऊँचा अपना
उनको हकीकत से रूबरू कराने की
खोई हूं कहीं खुद ही खुद में
बस दुआ है तो खुद के मिल जाने की
एक अजीब सी बेचैनी है
खुद को खुद में पाने की
भानु अपना वजूद बचाने की।
भानुजा शर्मा🙏✍️
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