" नियति "
बहुत चीजें मैं बदल नहीं सकती
मेरी नियति टल नहीं सकती।
जो करेगा मेरा खुदा करेगा
मेरे परेशान होने से .....
समस्याएं बदल नहीं सकती।।
सदैव दुख तो मैं सह नहीं सकती
इसलिए देता है खुशी मुझे मेरा खुदा।
रहती हूं मैं सदैव मौज में
बिना समस्याएं आए तो
मैं आगे कभी बढ़ नहीं सकती।।
उसके बिना ये दुनिया चल नहीं सकती
नचाता है वो हमको कठपुतलियों की तरह
उसके इशारे बिन तो हवा भी चल नहीं सकती।
रहमत है उसकी जो दिन रात बरसती है
उसकी कृपा के बिना भानु रह नहीं सकती।।
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