" देर से जागा करते है"

  आधी रात को जाने क्यों ये दिल घबराता है
  कभी रुलाता तो कभी हँसता है।
  समझ नही आती मुझे इस दिल की मर्जी भी
  मेरा दिल मेरे दिमाक से अक्सर लड़ जाता है।।

   अंधेरी रात में जब मुझे तेरा ख्याल आता है
    तु ही बता क्या ख़्यालो मे जिया जाता है।
    कह दो सोने दे अपने ख़्यालो से....
    कैसे समझाऊं अब मेँ इन्हें की मेरे ख़्यालो मे वो आता     है।।

    मेरे सपनों मे वो अक्सर आया जाया करते है
    उनके मुस्कुराने पर हम शरमाया करते है।
    उनको मुस्कुराता देखने के लिए ही भानु
    हम देर से जागा करते है।

                    भानुजा शर्मा
    

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