" मेरे लिए तुम"
क्या दुआएं करु मै तुम्हारे लिए..
मेरे लिए तुम खुद दुआ हो।
जानते हो तुम बहुत बेरंग थी तुम बिन मेरे ये दुनिया...
तुम आये तो मुझे लगा की होली का त्योहार हो तुम।।
इस सूरज सी तपन भरी दुनिया मे जानते हो
मेरे लिए तो चाँद हो तुम🌙
बहुत ख़ामोश सी रहती थी जानते थे ना तुम
जब से देखा है तुम्हें लगता है जिंदगी के साज हो तुम।।
वो हमारे अठखेली भरे पलों का...
एक अहसास हो तुम।।
जान हो तुम मेरी भानु
ये अब जान जाओ ना तुम।।
जिसकी हो जान , उसके लिए जहाँन हो तुम।
ReplyDeleteवो जाने या ना जाने भानु, मेरे लिए महान हो तुम।।
आपका आभार🙏🙏
DeleteToo Good
ReplyDeleteबहुत ही प्यारी है कलम तुम्हारी
ReplyDeleteधन्यवाद
Deleteआपका धन्यवाद
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