"इन के सिवा"
आज मैंने इन कोरे कागज के पन्नों से पूछा-
क्या लिखूं आज तुम पर-अपना दर्द,गम या तन्हाई.....
तो पन्ने भी मुस्करा कर बोले 'भानु'और हैं भी क्या
तेरे पास इन के सिवा।
क्या लिखूं आज तुम पर-अपना दर्द,गम या तन्हाई.....
तो पन्ने भी मुस्करा कर बोले 'भानु'और हैं भी क्या
तेरे पास इन के सिवा।
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