परसो
कह के गए थे परसों लौटोगे बाट निहारु बा परसों की जा परसो की तुम कह के गये थे बा परसों की राह तकत प्यारे आज भये मोहे बरसों खत लिख दो मोहे बता दो कब आयगो परसों चेन नही या मन कु परत हैं नैनन नीर रोके ना रुकत हैं कवहु आयगो परसो या आस देह प्राण टीकत हैं